बालों का सफेद होना प्रकृति का नियम है, लेकिन अगर आपके बाल छोटी उम्र से ही सफेद होने लगें, तो जरूरी नहीं है की अब यही आपकी ज़िंदगी है। अगर आप अपने सफेद बालों को वापस उनके नेचुरल रंग में लाना चाहते हैं, तो उसके लिए कुछ आसान घरेलू नुस्खे उपलब्ध हैं।
शिकाकाई पाउडर
शिकाकाई विटामिन से भरपूर है जिसकी वजह से यह आपके बालों के लिए बहुत ही बेहतरीन है। शिकाकाई और दही को मिक्स करके उसे घंटे भर के लिए अपने सर पर लगाएँ और फिर सामान्य रूप से धोएं।
आंवला और कसूरी मेथी
आंवला ना सिर्फ आपके बालों के बढ़ने में मदद करता है, बल्कि आपके बालों की चमक और रंग को भी बनाए रखता है। आंवला पाउडर और मेथी पाउडर को नारियल के तेल में मध्यम आंच पर गर्म करें। इस मिश्रण को सर पर लगाकर रात भर रखें और सुबह सामान्य रूप से धोएं।
घी
घी में कुछ ऐसे एंजाइम होते हैं जिनसे बालों का वास्तविक रंग वापस आ जाता है। दो बड़े चम्मच घी को सर पर अच्छे से लगाएँ और आधा घंटा रखें। सर को सामान्य रूप से धोएँ।
मेहँदी
बालों को रंगने का प्राकृतिक तरीका है मेहँदी। और अगर आप काली मेहँदी लगाएँगे, तो आपके बाल काले दिखेंगे। मेहँदी को पानी में मिलाकर उसका पेस्ट बनाएँ। इस पेस्ट को अपने सर पर आधे घंटे के लिए छोड़ दें और सर को ढक लें। एक बार मेहँदी सूख जाए तो बालों को अच्छे से धो लें।
शहद और अद्रक
अद्रक में उपलब्ध विटामिन और मिनेरल आपके बालों को मज़बूत करते हैं। अद्रक को शहद के साथ मिलाकर लगाने से बालों की सफेदी रुक सकती है। एक बड़े चम्मच शहद में कद्दूकस किए अद्रक को रोज़ खाने से सफेद बाल कम हो जाते हैं।
नारियल का तेल और कड़ी पत्ता
कड़ी पत्ता आपके बालों के मेलानिन को लौटाने में मदद करता है। मेलानिन से ही आपके बाल काले दिखते हैं। 15-20 कड़ी पत्तों को आधे कप नारियल के तेल में उबालें जब तक वह गहरे रंग का नहीं हो जाता। जब तेल ठंडा हो जाए, उसको छान लें और सर पर लगा लें। इसको रात भर लगाकर रखें और सुबह सर धो लें। इस उपाय को हफ्ते में कम से कम दो बार इस्तेमाल करें।
प्याज़
प्याज़ के रस को सर पर लगाने से बालों का सफेद होना कम हो जाता है। प्याज़ को कद्दूकस करके उसका रस निकालें और उसे अपने बालों पर लगाकर अच्छे से मालिश कर लें। इसको कम से कम एक घंटे के लिए सर पर लगाए रखें।
याद रखिए, बालों का सफेद होना कोई बुरी बात नहीं है, तो अगर आपको कोई बीमारी नहीं है जिससे बाल सफेद हो रहे हैं, आपको कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। पर अगर आपको लगता है की यह कोई बीमारी का लक्षण है, अपने डॉक्टर से जरूर मिलिए।