मेहमानों के लिए शादियाँ काफी मजेदार होती हैं, पर दुल्हन के लिए मुसीबत हो सकती हैं। हम दुल्हन से इतनी उम्मीदें लगा लेते हैं की हम भूल जाते हैं की उन गहनों और उस भारी लहंगे के पीछे एक इंसान है। एक ऐसा इंसान जो शादी वाले दिन तक बिल्कुल ही थक चुका होता है। जब पूरा परिवार शादी की भाग-दौड़ में महफूज होता है, दुल्हन को सब भूल जाते हैं। भारतीय शादियों में ऐसी बहुत सी चीजें होती हैं जो दुल्हन को बिल्कुल पसंद नहीं होतीं। अगर आपके घर में शादी की तैयारियां चल रही हैं, और आप चाहते हैं की दुल्हन खुश रहे, तो यह रहीं ऐसी सात चीजें जो किसी भी दुल्हन को बिल्कुल अच्छी नहीं लगतीं।
अपने बालों को जगह पर रखने वाले 50 पिन को सहना
अगर आप दुल्हन रह चुकी हैं, तो आपको पता होगा कि मैं क्या बात कर रही हूँ। हेयरस्टाइलिस्ट आपको उनकी करियर का सबसे बड़ा जूड़ा देने का लक्ष्य रखते हुए ‘दुपट्टा टिकाने’ का बहाना बनाते हैं। इस परिणामस्वरूप, कम से कम 50-80 पिन, या अधिक, हर ओर से आपके सर में घुस जाती हैं। इससे शादी के दौरान अपने सर पर खुजली नहीं करना रोडीज के स्तर का कार्य बन जाता है।
अपने सर से भी भारी गजरा का संतुलन बनाये रखना
जैसे ही 50 पिन लगाए जाते हैं, गजरे को ठीक करने के लिए और 20 पिन का बैच शामिल हो जाता है। और ऐसा नहीं है की फूलों की एक साधारण पट्टी से काम चल जाएगा। गजरे को भारी और शायद दुल्हन के सर से भी बड़ा होना होगा क्योंकि फिर से, दुपट्टा बैलेंस करना है ना!
तस्वीरें के लिए बिना थके मुस्कुराते रहना
एक देसी शादी पूर्ण नहीं मानी जाती है जब तक कि दुल्हन और दुल्हे ने सभी चाचा, चाची, बुआ, उनके भाई के भतीजों के बच्चे, पड़ोसी की नानी और शादी के हॉल में मौजूद सभी लोगों के साथ फोटो ना ली हो! यह तस्वीरें असल में उन सभी लोगों की उपस्थिति को चेक करती हैं जो शगुन का लिफाफा ना लेकर आए हों। जोड़ी को फोटो सेशन के लिए बिना रुके मुस्कुराना होता है जब तक उनके जबड़े नहीं दर्द करने लगते। और वह 80 फीसदी मेहमानों को जानते भी नहीं!
लिपस्टिक बचाने के लिए खाने पीने से बचना
भारतीय शादियों में ज्यादातर लोग खाने के लिए तरसते हैं। दुर्भाग्य से, दुल्हन अपनी ही शादी पर खाने का आनंद नहीं ले पाती। वह निरंतर इस डर में रहती है कि अपने हज़ारों के मेकअप को बिगाड़ देगी, जिसके कारण वह उम्मीद करती है कि अगर वह उन पनीर टिक्कों को घूरती रहेगी तो शायद उनका स्वाद उस तक पहुँच जाए।
आदर्श संस्कारी दुल्हन दिखने के लिए शरमाते रहना
दुल्हा अपनी बारात में नाचता है और अपने दोस्तों के साथ हस्सी-मज़ाक करता है, पर दुल्हन को अपना सर झुकाकर शर्मीले अंदाज में मुस्कुराना पड़ता है, ताकि वह संस्कारी दुल्हन लगे। अपने तरीके से अपनी शादी का पूरा आनंद नहीं ले पाना, शायद ऐसी सबसे बड़ी चीजों में से एक है जो दुल्हनों को पसंद नहीं।
सैकड़ों पैरों को छूना
हाँ, यह कई भारतीय राज्यों में हमारी संस्कृति का हिस्सा है। पर दुल्हन के लिए यह एक आसान काम नहीं है। क्या आपको उसके सर की 50 पिन और गजरा याद है? इसमें जोड़ें उसका 10 किलो का लहंगा, 2 किलो का दुपट्टा, और पता नहीं कितने किलो के गहने। इतनी वैट्लिफ्टिंग तो पहलवान भी नहीं करते।
बाथरूम ना जा पाना
दुल्हन को अपना लहंगा संभालने के लिए सहायता चाहिए होती है। वहाँ लगती है एक सहेली की मेहनत। साथ ही, एक और सहेली या बहन को जाना पड़ता है उसका दुपट्टा पकड़ने। इतना सब कुछ करने के लिए वक्त लगता है, प्लैनिंग लगती है। इस सब के बीच, दुल्हन को सब्र करना पड़ता है। तो वह बिल्कुल आखरी मिनिट तक इंतज़ार नहीं कर सकती। और ना ही यह पूरा कार्यक्रम दिन में 4-5 बार किया जा सकता है। तो कई दुल्हनें सब कुछ रोक कर रखती हैं।
शादी की तैयारियां होती रहेंगी, अपना कुछ ध्यान बेचारी दुल्हन को भी दें।