शादी के लिए बहुत बहुत मुबारक! इस खुशी के माहौल में गुम हो जाना काफी आसान है। मगर कुछ ऐसी बातें हैं जो हर होने वाली दुल्हन को सोचनी चाहिए। नहीं, हम आपके लहंगे या गहनों के बारे में नहीं बात कर रहे हैं। शादी तो हो जाएगी, पर इन सब रस्मों के बाद आता है रिश्ता निभाना। और आपकी इस कोशिश के दौरान ज़िंदगी आपका इम्तिहान लेती रहेगी।
तो, अगर आप ज़िंदगी के इस नए दौर में सोच-समझकर कदम रखना चाहती हैं, कुछ ऐसे सवाल हैं जो आपको, दुल्हन होने के तौर पर, खुद से पूछने होंगे। ताकि आपकी खुद की ज़िंदगी और आपके पति के साथ आपका रिश्ता, दोनों ही आसान हों।
क्या आप खुद को इस इंसान के साथ अपना पूरा जीवन काटते हुए देखती हैं?
इसका मतलब यह नहीं है की आपके पति 80 की उम्र कैसे लगेंगे। इसका मतलब है अपनी पूरी ज़िंदगी उनके साथ बिताना। जीवन में कई मोड़ आते हैं, कुछ खुशी देते हैं और कुछ बहुत ज्यादा दुख। जिनसे आप शादी करने जा रही हैं, क्या वह आपका ख्याल रखेंगे अगर आप बीमार हो गईं? क्या आप उनके साथ शांति में, बिना कुछ बात किए, बैठ सकती हैं? क्या आप एक दूसरे का सहारा बन पाएंगे अगर आपके पास घर, पैसा, नौकरी, कुछ ना हो?
आपकी आर्थिक स्थिति कैसी है? जरूरत पड़ने पर, क्या आप दूसरे के खर्चे उठा सकते हैं?
अगर आप दोनों में से किसी एक की नौकरी छूट गई या बिजनेस बंद हो गया, तो क्या दूसरा आप दोनों के खर्चे संभाल पाएगा? क्या आपको यह मंजूर है? पैसा एक ऐसी चीज है जो दुनिया के सबसे मजबूत रिश्तों को भी तोड़ सकती है। बोरिंग तो लगेगा, पर आपको इस विषय पर सोचना चाहिए और अपने होने वाले पति से बात करनी चाहिए।
बच्चों के बारे में आपका क्या ख्याल है?
अगर आपको बच्चे चाहिए या नहीं, इस मुद्दे पर बात करना बहुत जरूरी है। यहाँ, “चलो ट्राइ करके देखते हैं” जैसी मानसिकता नहीं चलेगी। बच्चे पैदा करना कोई खेल नहीं है और बच्चों की अच्छी परवरिश करना हर किसी के बस की बात नहीं होती। तो अगर आपको बच्चे चाहिए, यह सोचिए – क्या आपके होने वाली पति एक अच्छे पिता बन पाएंगे? क्या वह पिता बनना भी चाहते हैं या नहीं?
पाँच साल के बाद, आप अपने आप को कहाँ देखते हैं?
अगर आपके सपने में, आपके पति के लिए कोई जगह नहीं है या आपको सपना बदलना पड़ रहा है अपने पति के लिए, तो फिर सोच लीजिए। शायद आपको इस इंसान से शादी नहीं करनी चाहिए। शायद आपको कुछ देर के लिए, शादी के बारे में भूल कर, अपने आप पर ध्यान देना चाहिए।
क्या आपको अपनी ज़िंदगी के बारे में कुछ बदलना पड़ रहा है?
चाहे वह रसोई का काम हो या अपनी नौकरी छोड़ने की बात हो, अगर आपको कुछ ऐसे बदलाव करने पड़ रहे हैं जो आपको पूरी तरह पसंद नहीं, यह शादी ना ही करें तो बेहतर है। अगर मर्दों को यह सब नहीं करना पड़ता शादी के लिए, तो औरतों पर यह दबाव क्यों? ऐसी बातें अक्सर किसी छोटी चीज से शुरू होती हैं, जैसे घर का कोई एक काम आपको सौंपने का सुझाव। अगर ध्यान ना दिया जाए, तो ऐसा भी हो सकता है की आप पर इतना ज्यादा काम डाल दिया जाए की आपको नौकरी तो क्या, घर से बाहर जाने का भी वक्त ना मिले।
क्या आप शादी के बाद, अपने ससुराल में रहेंगी या अलग?
क्या आपको अपना शहर छोड़ पड़ेगा? क्या आपको अपना नया घर पसंद है? और अगर पसंद नहीं है, तो आपकी बात कोई सुनेगा? ऐसा नहीं होना चाहिए की आप पर दबाव हो अपने ससुराल में रहने का या अपने घरवालों से दूर रहने का? याद रखिए की यह आपका घर होगा, और अपने घर में सब को सुख-शांति से जीने का अधिकार है।
क्या आपके होने वाले पति आपके दिन के बारे में पूछते हैं?
सुनने में यह छोटी बात लगती है। पर असल ज़िंदगी में, यह बहुत बड़ी समस्या बन सकती है। क्या आपके होने वाले पति आपके बारे में पूछते हैं? जैसे आपका दिन कैसा गया? या क्या वह अपने बारे में बात करते हैं और आपकी बात को काट देते हैं? सोचिए, क्या आपको ऐसे जीना मंजूर है? और नहीं, शादी की रस्मों में ऐसा कोई जादू नहीं है जो इंसान को पूरी तरह बदल दे। तो यह उम्मीद ना रखिए की शादी के बाद, आपके पति सुधर जाएंगे।
क्या आपको एक दूसरे के घरवाले पसंद हैं?
क्या आपको अपने होने वाले सास-ससुर सच में अच्छे लगते हैं, या आप समाज के कहने पर “adjust” कर रही हैं? आपके होने वाले पति आपके माता-पिता और भाई-बहनों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं? वह अपने परिवार के बारे में किस तरह से बात करते हैं? इस बात पर गौर जरूर कीजिए, क्योंकि अगर आपके पति अपने परिवार की औरतों की या आपके घरवालों की इज्जत से बात ना करते हों, तो वह आपकी भी इज्जत नहीं करेंगे।
आप शादी क्यों कर रही हैं?
यह ना कहिएगा की आप उनसे प्यार करती हैं। इस सवाल के बारे में बहुत ध्यान से सोचिए। आपने शादी का फैसला क्यों लिया? क्या आप अपने घरवालों के तानों से परेशान हो चुकी थीं? या आपको लगा की उम्र निकलती जा रही है शादी की? क्या आपको सिर्फ एक शानदार शादी चाहिए और दुल्हन बनने का मौका? क्या आप हाँ करने के लिए मजबूर थीं? अगर इनमे से किसी भी सवाल का जवाब “हाँ” या “शायद” है, तो शादी ना करें, अपनी खातिर।
शादी के मंडप में कदम रखने से पहले, अपने आप से यह सवाल जरूर पूछें। क्योंकि शादी से ज्यादा, आपकी खुशी जरूरी है।